कविता
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हिन्द देश के निवासी लिरिक lyrics
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं रंग रूप वेष भाषा च…
जनवरी 31, 2025हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं रंग रूप वेष भाषा च…
Kavihun
जनवरी 31, 2025
Quest for peace उलझी उलझी जिंदगी तुझे किसकी प्यास | भटक रहा क्यू दर बदर पूरी होग…
Kavihun
जनवरी 28, 2025
घड़ी की टिक टिक, सच्चाई का संग नहीं चाहिए झूठ, किसी की पीक पीक समय का पहिया, अनमोल रत्नों से भरा हर कोई जग में, खोज में…
Kavihun
जनवरी 30, 2024
नये साल कि रिमझिम रिमझिम - पहली बारिश कुछ तो कह जाता है तू सामने मोरनी बनकर, पंख फैलाये नाच रही हो वो एहसास दिलाता है न…
Kavihun
जनवरी 14, 2021
मेहनत से पेट पालता, देश का सम्मान हूँ गर्व है खुद पर, मैं किसान हूँ | बरसात तुम्हारे लिए, क्या है बस बदन भीगने , या…
Kavihun
दिसंबर 07, 2020