Incomplete Conversation -अधूरी बातें
तेरी अधूरी बातें , कभी याद आती है
कोरे इस दिल पर , धुंधली तस्वीर बनाती है |
गीत जो गुनगुना कर सुनाने को चाहा तूने
कानो को वो धुन भरमाती है
तेरी अधूरी बातें , कभी याद आती है
कोरे इस दिल पर , धुंधली तस्वीर बनाती है ||
खड़ी कभी जो तू , उस तरु पीछे
आज भी मिल जाने का , दिलासा दिलाती है
तेरी अधूरी बातें , कभी याद आती है
कोरे इस दिल पर , धुंधली तस्वीर बनाती है |
रसोई के कोने की तरफ , कोई इशारा भर कर देता तो
सुबह के पराठों से , खशुबू मेहकाति है
तेरी अधूरी बातें , कभी याद आती है
कोरे इस दिल पर , धुंधली तस्वीर बनाती है |
शायद मैं वो कोना नही , दिल का तेरे
क्यों जाने फिर सीने में दिल , धड़कना नही भुलाती है
तेरी अधूरी बातें , कभी याद आती हैं
कोरे इस दिल पर , धुंधली तस्वीर बनाती है ।।
